15 अगस्त को हमारा देश आजाद था पर कुछ ऐसे तथ्य हैं जो हम शायद नहीं जानते है। आइए जानते हैं वो खास बात जो 15 अगस्त के बारे में आज तक जानने को नहीं मिला।
जब १५ अगस्त को भारत आजाद होना था तो सरदार वलभ भाई पटेल और जवाहर लाल नेहरू ने महात्मा गाँधी को एक पत्र लिखा जिसमे कहा गया था की " १५ अगस्त हमारा पहला स्वाधीनता दिवस है। आप देश के राष्ट्र पिता हैं इसमें शामिल होकर अपना आशीर्वाद दें। "
इस पत्र के जवाब में महात्मा गाँधी जी ने लिखा की मैं कलकत्ता में हूँ जहा हिन्दू मुस्लिम एक दूसरे का जान ले रहें है। ऐसे समय में मैं ख़ुशी मनाने नहीं आ सकता हूँ। मैं दंगा रोकने के लिए अपनी जान दे दूंगा।
उस समय महात्मा गाँधी जी कलकत्ता में हिन्दू मुस्लिम में हो रहे दंगों को रोकने के लिए अनशन पर बैठे थे।
१५ अगस्त १९४७(1947) को लाल किले से झंडा नहीं फहराया गया था। बल्कि पंडित जवाहर लाल नेहरू ने १६(16) अगस्त १९४७ को लालकिला से झंडा फहराये थे।
भारत और पाकिस्तान के बिच की सीमाओं की घोषण १५ अगस्त को नहीं किया गया था बल्कि यह सीमा 17 अगस्त को घोषित किया गया था। जिसे रेडक्लिफ लाइन कहते हैं।
जन गण मन के लेखक रविंद्र नाथ टैगोर हैं और यह गान 1911 में ही लिख दिए थे टैगोर जी ने। पर इसे राष्ट्र गान 1950 में घोषित किया गया था।
कांग्रेस के द्वारा 1929 में लाहौर सेशन में भारत को पूर्ण स्वराज घोषित कर दिया गया था और तब से यानि 26 जनवरी 1930 से 26 जनवरी 1946 तक 26 जनवरी को ही स्वाधीनता दिवस मनाया जाता था बाद में 1947 को बदल कर इसे 15 अगस्त 1947 कर दिया गया और 1950 को संविधान लागु होने पर 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।
भारत 15 अगस्त 1947 को नहीं बल्कि 4 जुलाई 1947 को ही ब्रिटिश गवर्नमेंट के द्वारा इंडियन इंडिपेंडेंस बिल का घोषणा कर दिया गया था और 14 अगस्त को पाकिस्तान बटवारे के बाद इसे 15 अगस्त को हिंदुस्तान का आजादी दिवस के रूप में घोषित किया गया।
0 comments:
Post a Comment
If you have any doubts. Let me know.