घर पर पढ़ने के लिए अपने बच्चों को कैसे मनाये ताकि पढ़ने की आदत पड़ जाये, जाने खास बात
बच्चों के गार्जियन स्कूल टीचर से अक्सर शिकायत करते रहते हैं की सर मेरे बच्चे घर पर पढ़ने को नहीं बैठते, क्या करें ? कहते है की बच्चे कच्चे मिटटी के जैसे होते हैं आप उसे जिस साँचे में बनाइये उसमे बनने को तैयार रहते हैं। आप जिस खांचे में ढाल दीजिए वही साँचा बड़ा होने के बाद मिलेगा। पर यहाँ ध्यान देने की बात ये होती है की साँचा बनाने वाला कौन है उसकी कलाकारी कैसी है तभी तो मिटटी का आकर अच्छा बनेगा। ये सब आपके ऊपर डिपेंड करता है बच्चे के गार्जियन होने के नाते सबसे पहले आपको अच्छा बनना पड़ेगा। तभी जाकर आप अपने बच्चों को सही कर सकते हैं।
आपको अपने घर का माहौल अनुशासित बनाना पड़ेगा फिर देखिये घर कैसे स्वर्ग बन जाता है। बच्चों को कुछ कहने की जरूरत नहीं पड़ेगा की पढाई करो। वे खुद सम्हाल जाते हैं। बच्चे आपको देखते ही वही कार्य करने लगते है जो उसके आसपास हो रहा होता है। कुछ लोग पूरा दिन कार्य करके आते हैं, शाम में घर पर आते ही गाली गलौज शुरू, शराब पी कर आ जाएगे। फिर अगले दिने स्कूल टीचर से बोलेंगे की सर बच्चा पढाई नहीं करता। क्या आपको लगता है की ऐसे माहौल में कोई पढाई कर सकता है। आपसे आपके बच्चे क्या सीखेंगे।
अगर आप अपने बच्चे का सुन्दर भविष्य देखना चाहते हैं तो आपको अपना वर्तमान जरूर सुधारना पड़ेगा। सच यही है। फिर वही होगा अपने बच्चे को हॉस्टल में एडमिट कर दीजिए। हमेशा टीचर के निगरानी में रहेगा तो अंततः सुधार तो आयेगा ही। आइये कुछ और भी तरीका जानते है जिससे बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित किया जा सकता है।
अपनाये ये तरीका ताकि बच्चा मन लगाकर पढाई करे।
(१). घर के माहौल में सुधार करें- अपने घर के माहौल को बदलें और अनुशासन युक्त रखें, घर में गलत व्यव्हार न लाये। आप गार्जियन हैं तो अपने बच्चों के सामने कभी कोई किताब पढ़ें जिससे आपका भी नॉलेज बढ़ेगा साथ ही बच्चे का व्यव्हार बदलने लगेगा ,और पढाई के प्रति आकर्षण होगा।
(२). बच्चों को किताब लेकर बैठने को कहें- अपने बच्चों को किताब खोल कर बैठने को बोले ,पढ़े या न पढ़े पर किताब लेकर जरूर बैठने को बोले। ऐसा करने से पढाई के लिए याद आएगा की हमें टीचर के द्वारा दिया गया होम वर्क बनाना है तो कॉपी कलम खुल ही जायगा।
(३). बच्चों को प्रोत्साहित कहानियाँ सुनाते रहें- ऐसी कहानिया सुनने से शरीर के अंदर सकारात्मक शक्तिया बढ़ती रहती है जिससे पढ़ने में तथा अच्छे कार्य करने की ऊर्जा मिलती रहती है।
(४). बच्चो को गिफ्ट करते रहें- जब भी कोई अच्छा कार्य करे तो अपने बच्चो को गिफ्ट देते रहें। ऐसा करने से कोई भी कार्य करने की शक्ति बढ़ती रहती है। जब क्लास में अच्छा मार्क्स लाये या क्लास में गुड अटेंडेंस रहे तो या फिर कोई भी अच्छे कामों के लिए गिफ्ट करें। गिफ्ट में आप कोई भी वास्तु चुन सकते हैं जो आपके बच्चे की जरूरत की चीजे हों या अपने बजट के अनुसार चुने कॉपी, बुक्स, सुन्दर पेन, स्टाइलिस बैग, साईकिल आदि।
(५). नए नए किताब लेकर देते रहें- किसी को भी नयी चीजें बहुत पसंद होती है खास कर बच्चों को नयी किताब। नयी किताब मिलने से बच्चों में पढाई में इंट्रेस्ट बढ़ जाता है। नयी व् सुन्दर पिक्चर कितना मन को भाता है।
(६). अपने बच्चों के बिच टेस्ट लेते रहें- बच्चों के टेस्ट लेते रहे की कौन कितना पढ़ने में एक्सीलेंट है। इससे पता चलेगा की आपके कौन बच्चा में कितना जानने की कैपसिटी है फ्यूचर में क्या पढ़ाया जाया की उसके जीवन सुन्दर हो।
(७). बच्चे के स्कूल टीचर से मिलते रहें- यह बहुत जरुरी हो जाता है की आपके बच्चे के स्कूल टीचर आपको जाने ताकि आप अपने बच्चे के बारे में पूरी जानकारी रख सकें, स्कूल का होम वर्क कम्पलीट करके स्कूल जाता है या नहीं ये सब आपको आपके स्कूल टीचर से ही जाना जा सकता है। आपका बच्चा पढाई में कैसा है।
(८). खेल-खेल में पढ़ाने की कोशिश करें- बच्चे को खेल-खेल में पढ़ाने की कोशिश करें ताकि दिमाग पर ज्यादा जोर ना आये क्योकि बच्चे का शरीर बच्चा ही होता है इसलिए इनके सेहत का भी ख्याल रखते हुए ही इन्हे पढ़ना चाहिए। खेल-खेल में कोई भी बातें जल्दी याद हो जाती हैं।
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