जानिए प्रशांत किशोर किसी पार्टी को कैसे जीत दिलाते हैं

जानिए प्रशांत किशोर किसी पार्टी को कैसे जीत दिलाते है।

नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में , मैं ऐसे शख्स के बारे में बात करने वाला हूं जिसके लिए राजनीतिक कोई बड़ी बात नहीं कही जा सकती हैं। वह जिसके तरफ हो जाए उस पार्टी का जीत काफी हद तक पॉसिबल हो जाता। मैं बात कर रहा हूं प्रशांत किशोर का , यह राजनीतिक का चाणक्य कहे जाते हैं।

राजनीति को बढ़िया प्लान देने वाले प्रशांत किशोर जाने जाते हैं। यह अकेले नहीं काम करते बल्कि इनके साथ बहुत बड़ी टीम काम करती है। इनका एक बहुत बड़ा ऑफिस है कहिए तो इनका पूरा टीम एक कंपनी की तरह वर्क करती है। जिसका नाम आई पैक दिया गया है। 

आई पैक नाम किया जाने से पहले प्रशांत किशोर ने इसे सिटीजन फॉर अकाउंटेबल गवर्नेंस रखा गया था। 

जिसे बाद में आई पैक नाम दिया गया। आई पैक का फुल फॉर्म इंडियन पॉलीटिकल एक्शन कमिटी है। 

इस कमेटी में देश के दिशा और दशा पर भी काम होता है इसी आई पैक की मदद से प्रशांत किशोर ने 2014 में नरेंद्र मोदी के पार्टी का प्रचार प्रसार का जिम्मा लिया था। 

यह वह समय था जब चुनाव प्रचार प्रसार में सोशल मीडिया का भरपूर मदद लिया गया था। इस जीत के बाद बिहार का चुनाव आया था जिसमें नीतीश कुमार की सफलता के पीछे भी इन्हीं का साथ था। 

पंजाब में अमरिंदर सिंह और आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस के जगन मोहन रेड्डी के लिए पीके की कंपनी आईपैक ने काम किया था और हाल ही में बंगाल चुनाव में ममता बनर्जी की जीत के पीछे भी प्रशांत किशोर का ही साथ रहा। 

आई पैक की शुरुआत करने वाले प्रशांत किशोर खुद कंपनी के डायरेक्टर हैं और जिसमें प्रतीक जैन, ऋषि राज सिंह और चंदेल कंपनी के कोफाउंडर हैं। सभी को अपने-अपने फील्ड में महारथ हासिल है। 

जिसमें प्रतीक जैन आईआईटी मुंबई से इंजीनियरिंग की डिग्री लिए हैं, ऋषि राज सिंह के दूसरे CO FOUNDER हैं। यह भी आईआईटी कानपुर से पढ़ाई कंप्लीट किए हैं। 

विनेश चंदेल कंपनी के तीसरे को फाउंडर हैं और वे नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी से वकालत कर चुके हैं। यह सुप्रीम कोर्ट ने भी वकालत कर चुके हैं।

 10 से 12 लोग एग्जीक्यूटिव काउंसिल में काम करते हैं। इस कंपनी में लगभग 1000 लोग काम करते हैं। 

इसका हेड क्वार्टर हैदराबाद के बंजारा हिल्स इलाके में है। आई पैक जिस राज्य में काम करती है वहां टेंपरेरी ऑफिस बनाती है ताकि वहां से काम करना आसान हो।  

I-pack का काम कई डिपार्टमेंट मिलकर संभालते हैं जैसे क्रिएटिव, ऑपरेशन, लॉजिस्टिक स्ट्रैटेजिक , Research, पॉलीटिकल इंटेलिजेंस ,leadership, एनालिसिस सोशल मीडिया, डिजाइनिंग, फोटोग्राफर जैसे अनेक डिपार्टमेंट जुड़े हुए हैं। 

मैं आशा करता हूं कि यह पोस्ट आपको पसंद आई होगी तो इसे शेयर करे. और जी इंडिया हिंदी ब्लॉग पर विजिट करते रहें। 

धन्यवाद

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Gautam kr. Suraj

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