रक्षाबंधन के त्योहार ,महत्व, इतिहास, कैसे मनाए, जानिए

रक्षाबंधन पर्व भारतीय सांस्कृतिक कैलेंडर के महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक माना जाता है। यह पर्व भाई-बहन के प्यार और बंधन को साझा करने का अवसर प्रदान करता है। इस ब्लॉग में हम रक्षाबंधन के महत्व, परंपरा, और इतिहास के बारे में जानेंगे।

रक्षाबंधन का शाब्दिक अर्थ होता है "रक्षा का बंधन", यह पर्व श्रावण मास के पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। जिसमें बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षासूत्र बांधती हैं और वे अपने भाइयों से आशीर्वाद लेती हैं। यह एक परंपरागत रूप से भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक माना जाता है।

रक्षाबंधन की प्राचीनता भारतीय समाज में ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में भी है। विभिन्न क्षेत्रों में इसे विभिन्न नामों और परंपराओं में मनाया जाता है, लेकिन उसका मतलब एक ही होता है - भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक। थोड़े तरीके अलग होते हैं, पर त्योहार भाई बहन का ही होता है।

रक्षाबंधन का महत्वपूर्ण अंश है भाई-बहन के बीच आपसी भेद भाव को हटाकर और समझौते की भावना को प्रकट करना है, यह एक ऐसा मौका होता है जब भाई अपनी प्यार,सद्भावना को बहन के साथ साझा करता है, और बहन उसके लिए आशीर्वाद और शुभकामनाएँ देती है।

 रक्षाबंधन एक ऐसा पर्व है जो बंधुत्व, प्यार और समर्पण की भावना को मन में बसाता है। इसे मनाकर हम समाज में आपसी सद्भावना को बढ़ावा देते हैं और परंपराओं की महत्वपूर्ण भूमिका को समझते हैं।

रक्षाबंधन का महत्व

रक्षाबंधन एक प्रसिद्ध भारतीय पर्व है जो भाई-बहन के प्यार और बंधन का प्रतीक है। यह पर्व श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है और इसका मतलब होता है कि यह साल में अगस्त या सितंबर महीने में आता है। इस उत्सव का महत्व भारतीय संस्कृति में काफी ज्यादा होता है और यह राखी बंधन का पर्व होने के साथ-साथ परिवार के महत्वपूर्ण रिश्तों की महत्वपूर्णता को भी बताता है।

इस पर्व के दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है, जिससे वह अपने भाई की रक्षा करने की भावना और संकल्प दिखाती है। भाई भी बहन को उपहार देते हैं और उनके साथ वाद-विवाद को छोड़कर उनके प्रति आदर और प्यार दिखाते हैं। यह पर्व वास्तविक अर्थ में भाई-बहन के प्यार और समर्पण की मिश्रण है, जो उनके बंधन को और भी मजबूत और गहरा बनाता है।

रक्षाबंधन का महत्व बहनों के लिए भी महत्वपूर्ण होता है क्योंकि वह इस मौके पर अपने भाई को विशेष रूप से आदर और प्यार देती हैं चाहे लड़ाई कितनी भी हो पहले से, यह एक मौका होता है जब बहन भाई के लिए शुभकामनाएँ और आशीर्वाद देती हैं और उनकी आवश्यकताओं की देखभाल करती हैं।

इस पर्व का आधिकारिक उद्देश्य न केवल भाई-बहन के प्यार को मनाना होता है, बल्कि यह बचपन से बड़ी उम्र तक के सभी बंधुओं के बीच में मानवीय संबंध को मजबूती देने का एक माध्यम है।

इस पर्व के माध्यम से हम यह सिखते हैं कि परिवार के महत्वपूर्ण रिश्तों का संरक्षण करना हमारी जिम्मेदारी है और हमें अपने प्रियजनों के प्रति समर्पित रहना चाहिए। इस पर्व के माध्यम से हम एक-दूसरे के साथ सहयोग और समर्थन की महत्वपूर्णता को भी समझते हैं और इसे अपने जीवन में अमल में लाने का प्रयास करते हैं।

रक्षाबंधन एक महत्वपूर्ण भारतीय पर्व है जो बंधुत्व और परिवार के महत्व को स्वर्णिम रूप में प्रस्तुत करता है। यह पर्व न केवल भाई-बहन के प्यार का प्रतीक है, बल्कि यह हमें समाज के सभी महत्वपूर्ण रिश्तों की महत्वपूर्णता को भी याद दिलाता है।

कृष्‍ण और द्रौपदी का रक्षाबंधन।

महाभारत की एक घटना है कि जब शिशुपाल का वध करने के बाद जब सुदर्शन चक्र श्री कृष्‍ण की अंगुली पर बैठने के लिए वापस लौटा तो उससे कृष्‍ण की कलाई पर भी हल्‍की चोट लग गई जिससे खून बहने लगा था। यह देख द्रौपदी ने अपनी साड़ी का पल्‍लू फाड़कर कृष्‍ण की कलाई पर बांध दिया। कृष्‍ण ने उन्‍हें धन्‍यवाद किया और वचन दिया कि वे सदैव उनकी रक्षा करेंगे। कौरवों के हाथों जुए में हारे जाने के बाद जब द्रौपदी ने अपनी लाज बचाने के लिए भगवान श्रीकृष्‍ण को याद किए तो उन्‍होंने अपनी बहन के सम्‍मान और रक्षा करने का वादा भी निभाया था।

रक्षाबंधन से लाभ।

रक्षाबंधन का मुख्य अर्थ होता है भाई-बहन के प्यार और संबंध को मजबूती से बढ़ावा देना। इस त्योहार में बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और भाई उसे उपहार देता है, जिससे उनका आपसी बंधन मजबूत होता है। इसके अलावा, यह त्योहार भाई की सुरक्षा की कवायद को दर्शाता है और परिवार के सदस्यों के बीच एकता और महत्वपूर्ण रिश्तों की महत्वपूर्णता को प्रमोट करता है।

रक्षाबंधन के त्योहार कैसे मनाए।

रक्षाबंधन का पर्व भारत में भाई और बहन के प्यार का त्योहार मनाने का एक खास मौका है। यहाँ कुछ आम तरीके दिए गए हैं जिनसे आप इसे सेलीब्रेट कर सकते हैं।

1. रक्षा बंधन की शुरुआत:- इस दिन बहन अपने भाई के कलाई पर राखी बांधती है और उसे खुशियों की कामना करती है।

2. तिलक और आरती:- भाई की माथे पर तिलक लगाने के बाद, बहन उसकी आरती करती है और उसके लिए प्रार्थना करती है कि भगवान उसकी रक्षा करें।

3. स्वीट्स खिलाना :- इस मौके पर बहन अपने भाई को राखी बांधकर मिठाई परोसती हैं, खिलाती हैं।

4. परिवार के साथ समय बिताना:- रक्षाबंधन के दिन पर परिवार के सभी सदस्यों के साथ समय बिताना भी महत्वपूर्ण होता है।

5. कार्यालय या दूसरे शहर में होने पर:- अगर आपके भाई या बहन दूसरे शहर या देश में हैं, तो आप ऑनलाइन वीडियो कॉल करके भी उनके साथ रक्षाबंधन मना सकते हैं।

6. भविष्य की शुभकामनाएँ:- आप अपने भाई या बहन के भविष्य की शुभकामनाएँ देने के लिए पत्र लिख सकते हैं या मैसेज भेज सकते हैं।

7. उपहार देना:- बहन से राखी बांधने के बाद भाई के द्वारा कुछ उपहार दिया जाता है बहनों को, जिसमे आपको जो उचित लगे दे सकते हैं।

आपके परिवार की परंपराओं और आपकी पसंद के अनुसार, आप ऊपर दिए गए तरीकों में से किसी को चुन सकते हैं।

भारत में सैनिकों को लड़किया रखी क्यों बांधती हैं?

भारत में, सैनिकों को देश की लड़कियों की सुरक्षा और सहायता के लिए "रक्षा संधिकष" बांधने की प्रथा होती है। यह समर्थन और साहस का प्रतीक होता है और सैनिकों की परिश्रमित सेवा की मान्यता को दर्शाता है।  

रक्षाबंधन में राखी बांधते समय ये मंत्र को पढ़ें।

येन बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबल:।

तेन त्वाम् प्रतिबद्धनामि ,रक्षे मा चल मा चल:।।

मंत्र का अर्थ- इस मन्त्र का अर्थ यह है कि "जो रक्षा धागा परम कृपालु राजा बलि को बाँधा गया था, वही पवित्र धागा मैं तुम्हारी कलाई पर बाँध रहा हूं, जो तुम्हें सदा के लिए विपत्तियों से रक्षा करेगा। 

मैं आशा करता हूं कि यह जानकारी आपको अच्छी लगी होगी तो इसे शेयर करे और इसी तरह सपोर्ट करते रहें। धन्यवाद।

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Gautam kr. Suraj

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