कम उम्र में बालों का रंग सफेद(पकने) होने के खास कारण और उसे रोकने का खास उपाय जानें।

कम उम्र में बालों का रंग सफेद क्यों होता है? खास कारण और उसे रोकने का खास उपाय जानें। 

gindiahindi.com नमस्कार दोस्तों! आज के इस आर्टिकल में हम लोग जानेंगे कम समय में बालों का रंग सफेद क्यों हो जाता है और इसका उपाय क्या है?
तो इसके लिए आपको आर्टिकल शुरू से लास्ट तक पूरी पढ़ने की आवश्यकता है तो आइए जानते हैं।
दोस्तों आज के इस व्यस्त जिंदगी में लोगों का जीवन कितना व्यस्त हो गया है। यह कोई किसी के बारे में नहीं कह सकता है क्योंकि हर कोई अपने अपने जीवन में एकदम व्यस्त हैं। किसी के पास समय नहीं है, इसका मेन रीजन है अपना जीवन को सुंदर बनाना। यह भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों का दिमाग में टेंशन काफी रहता है। हर कोई दो पैसा कमाने के चक्कर में लोग क्या से क्या करते हैं अपना सुकून पाने के लिए ऐसे में टेंशन होना आम बात हो गया है आज के इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में और इसी का देन है कि शरीर का शारीरिक क्षमता पहले के अनुसार काफी कम हो रहा है। आज के लोगों में अगर बाल की बातकी जाए तो पहले के जिनके काफी उम्र हो जाने के बाद यानी कि 40 या 50 उम्र हो जाने के बाद बाल सफेद होता था लेकिन अगर आज की बात किया जाए तो 10 से 12 साल होते होते कुछ बच्चों के बाल पकने लगते हैं। हालांकि यह अभी शुरुआत है आने वाले समय में कहा नहीं जा सकता इसकी कितनी प्रकृति बढ़ सकती है।
यह सब कई कारणों से होता है। इसका बड़ा कारण होता है कि लाइफस्टाइल और खानपान से जुड़ा होता है। साथ ही अनुवांशिक कारणों से भी लोगों के बाल कम उम्र में पकने लगते हैं।
यह प्रॉब्लम लगभग अधिकतर लोगों के साथ हो रहा है। यानी कि कम उम्र में बाल का पक जाना या बाल उड़ जाना शुरू हो जाता है और यह कारण लाइफस्टाइल बीमारियां और बाहर का खान पान के कारण होता है। लोगों का होटल में भोजन करना उसके पोषक तत्व का काफी हद तक जिम्मेदार कहा जा सकता है क्योंकि हर खानपान के पीछे मिलावटी चीजों का होना भी हो गया है।
कुछ डॉक्टर्स का कहना है कि बालों का रंग सफेद होना कोशिकाएं में पिगमेंट बनाना बंद कर देती है। जिसके कारण बाल सफेद हो जाते हैं साथ ही बालों में हाइड्रोजन पराऑक्साइड भी जमा होने लगता है जिसके कारण से बाल सफेद होने लगता है।

बालों का सफेद होने का वर्तमान उम्र।

पाठकों मैं आपको बता दूं कि आज के समय और पहले के समय के रहन-सहन में काफी बदलाव हो गया है साथ ही शारीरिक क्षमताओं पर भी इसका बहुत असर पड़ा है।
बालों का रंग सफेद होने की बात की जाए तो हर देश में अलग-अलग उम्र देखने को मिलता है थोड़ा सा डिफरेंस होता है हर देश में लेकिन लगभग सभी देशों में एक औसतन उम्र एक ही जैसा है। अगर ब्रिटेन की बात की जाए सफेद लोगों की जो कि गोरे लोगों में गिने जाते हैं। भारत में उन्हें गोरे बोलते हैं। उनकी उनके बालों का सफेद होने की जो समस्या वह 35 के उम्र के आसपास में शुरू हो जाता है। वहीं अगर हम लोग यानी कि एशियाई देशों में बालों के सफेद होने वाली जो समस्या है वह 30 की उम्र से ही शुरू हो जाती है। वहीं अगर अमेरिका के लोगों की बात की जाए तो वहां भी कुछ इसी प्रकार है जो कि 35 से 40 के उम्र के बीच बालों का सफेद होना शुरू हो जाता है। यह एक औसतन उम्र बताया गया है। हालांकि भारत में देखा जाए तो काफी बच्चों में भी यह समस्या हो रहा है जो कि 10 से 12 वर्षों में ही या 18 वर्षों में ही बच्चों के बालों का रंग सफेद होना शुरू हो जाता है।

पुराने जमाने के लोगों के बालों का रंग सफेद होने का उम्र।

पहले के समय की अगर बात की जाए तो अगर आज 30 के उम्र में बाल पकना शुरू हो जाता है तो नॉर्मल सी बात है कि पहले के लोग काफी ज्यादा क्षमता वाले लोग होंगे। इसका मतलब है कि पहले के समय में आप 40 या 50 मान सकते हैं कि इस उम्र में बाल पकने शुरू हो जाते होंगे।
क्योंकि पहले के खानपान सभी खाद युक्त नहीं होता था बल्कि खाद रहित होता था इसी कारण लोगों की उम्र भी काफी लंबी हुआ करती थी।

बालों का रंग सफेद होने का कारण।

बालों का रंग सफेद होने का क्या कारण हो सकते हैं?
जो की आप आगे पढ़ेंगे। इसे आप अपने अंदर दैनिक रूटिंग को सुधार कर आप अपने बालों के रंग को सफेद होने से रोक सकते हैं।

(1) तनाव।

तनाव एक प्रकार का प्रमुख भूमिका निभाता है बालों के पकने में , जिस व्यक्ति को मानसिक तनाव ज्यादा होता है उसे आप देख कर अंदाजा लगा सकते हैं कि उनके बाल जल्दी सफेद हो जाते हैं। इसमें ऑक्सीडेटिव लोड बालों के समय से पहले पक जाने का बड़ा समस्या बन सकता है तो आप अपने जीवन में इसे सुधार कर यानी कि आप अपने जीवन में तनाव को सुधार कर तनाव को कम करके टेंशन फ्री होकर रहे तो आपके बालों का रंग जल्दी सफेद नहीं होगा।

(2) रसायन का प्रयोग।

दोस्तों! आज के समय में आप शायद ही ऐसा कुछ भोजन होगा जो बिना रसायन के हो,अगर आप खुद उत्पादन करते हैं तो ही उसे रसायन फ्री कह सकते हैं। आप बाजार में जाते हैं तो ऐसा हर एक चीज में रसायन का प्रयोग हो रहा है जो कि बालों का रंग सफेद करने का कारण बन जाता है आप एग्जांपल में कई प्रकार के प्रोडक्ट ले सकते हैं जैसे हेयर ड्राई, साबुन ,शैंपू इत्यादि , कोशिश करना चाहिए कि फ्रेश और ताजी फल सब्जिया खाएं।

(3) जिन के कारण।

दोस्तों यह जीन माता-पिता का यानी कि पूर्वजों का देन है जो कि यह प्रमुख कारण होता है। बाल कम उम्र में बालों का रंग सफेद होना।

(4) हार्मोन के कारण।

दोस्तों हार्मोन भी एक प्रमुख कारण है। बालों का सफेद होने में यदि किसी का हार्मोन असंतुलित है तो यह भी कारण बन सकता है। समय से पहले बालों का रंग सफेद होने में ,इसके लिए आपको डॉक्टर से सलाह लेने की आवश्यकता है और खान-पान पर ध्यान देने की जरूरत है।

(5) विटामिन और खनिज की कमी के कारण।

दोस्तों यह हर कोई जानता है कि शरीर में जरूरी विटामिन की छातीपूर्ति बहुत आवश्यकता होता है अगर कोई बाहरी खाना खाता है या फिर कोई ऐसा विटामिंस की कमी हो जाता है जिसके कारण बालों का रंग सफेद होने लगता है। तो उसने कई विटामिंस आते हैं जिसके कारण बालों का रंग सफेद हो जाता है। इसके लिए जरूरी पोषक तत्व वाले भोज्य पदार्थ आपको खाने की आवश्यकता होती है जैसे कि अंडा मीट मांस, दूध का प्रोडक्ट,साग , सब्जियां यह सभी विटामिन सी युक्त भोजन बहुत जरूरी होता है जो कि शरीर को जरूरी पोषक तत्वों की पूरी करता है। बालों को सफेद होने में फोलिक एसिड और बायोटीन की कमी के कारण बाल सफेद होने लगते हैं।

(6) स्मोकिंग की आदत।

दोस्तों स्मोकिंग किसी भी प्रकार से सेहत के लिए फायदेमंद नहीं होता है यह आप हर रोज टीवी चैनलों या फिर किसी न किसी प्रकार के एडवर्टाइजमेंट में जरूर देखने को मिलता होगा कि स्मोकिंग सेहत के लिए हानिकारक है। हालांकि लोग प्रचार करते भी हैं और इसका सेलिंग भी खूब करते हैं। इस पर सरकार की भी कोई कड़ी कार्रवाई नहीं होती है। कारण यह है कि या इससे ज्यादा कमाई होती है स्मोकिंग
की आदत के कारण ही लोगों के बाल जल्दी सफेद होने लगते हैं या हार्ट और लंग्स को काफी बुरी तरह से प्रभावित करता है। साथ ही साथ त्वचा और बालों के लिए भी नुकसान करता है।

बाल को सफेद होने से कैसे रोका जाए। इसका क्या उपाय है तो आइए जानते हैं।

पौष्टिक भोजन लेना।

बालों का सफेद हो जाना यह भोजन पर बहुत निर्भर करता है कि आप किस प्रकार के भोजन खाते हैं अगर आप बाहरी चीजों का उपयोग ज्यादा करते हैं या फिर कुछ ऐसे भी भोजन होते हैं जो आपको पसंद हो लेकिन आपको इस सेहत के लिए हानिकारक है तो इस प्रकार के भोजन ना ही करने में फायदा है। क्योंकि ऐसे भोजन आगे चलकर आपके सेहत को हानिकारक पहुंचा सकता है।

विटामिन B12 कि आमतौर पर इसकी कमी के कारण बालों का रंग सफेद होने लगता है। इसलिए इसे पूरा करना जरूरी हो जाता है। इसे पूरा करने के लिए आपको अनाज ,साग ,सब्जियां ,फल ,मीट हमेशा खाते रहना जरूरी होता है। सूरजमुखी के बीज यह सब आप खा सकते हैं सोयाबीन का बीज खा ले सकते हैं।

एलोवेरा जेल।

दोस्तों एलोवेरा जेल के साथ भी को अगर आप मिलाकर।
अपने बालों में मसाज करते हैं तो इससे आपके बाल काले। से सफेद नहीं होंगे बल्कि इससे और सफेद बाल से काले होने लगेंगे। हालांकि एलोवेरा काफी चीजों में काम आता है। इसीलिए इसका एलोवेरा जेल आप दुकान से खरीद सकते हैं और इसका उपयोग आप आसानी से कर सकते हैं।
स्ट्रेस को कम करें।
अपने जीवन में आने वाले स्ट्रेस को थोड़ा कम करें क्योंकि आज के समय में हर कोई इंसान के पास तनाव होता है।
प्रैक्टिकल काम ज्यादा करें, सोचते ज्यादा है और करते कम है। तो प्रैक्टिकल बनिए और सोचने वाले बातों पर ध्यान ना दें और तनाव को कम करें इससे आपके पूरे सेहत पर फायदा होगा। साथ ही साथ आपके बालों की भी मजबूती बनेगी और सफेद होना रुक जाएगा।

बालों को यूवी किरणों से बचाने बचाएं।

डायरेक्ट सूरज की रोशनी आपके बालों को हानि पहुंचा सकता है। इसलिए ज्यादा देर तक धूप में खड़े होने से बचें।
सिर पर कोई कपड़ा बांध लें या फिर टोपी पहन लें जिससे आपके बालों पर अल्ट्रावॉयलेट किरणें रुके रहेंगे।

व्यायाम पर ध्यान दें।

दोस्तों अपने दैनिक दिनचर्या में एक्सरसाइज को जोड़ दें। क्योंकि या आपके पूरे स्वास्थ्य को बदल देगा और आश्चर्यजनक फायदा देखने को मिलेगा। यह आपके मानसिक स्वास्थ्य ही नहीं शारीरिक स्वास्थ्य में भी बदलाव देखने को मिलेगा। आप पूरे दिन फिट महसूस करेंगे अगर आप दिन के सुबह में  10-15 मिनट का एक्सरसाइज करते हैं तो आपका इसका रिजल्ट कुछ ही दिनों में देखने को मिलेगा।

दोस्तों आइए कुछ प्रश्न और उत्तर जानते हैं जो कि आपके
दिमाग में चलता होगा। यह प्रश्न निम्नलिखित हैं आप इसे पढ़कर आपके दिमाग में चल रहे प्रश्नों का शायद उत्तर मिल जाए।

प्रश्न - बालों का रंग सफेद किस उम्र में होना चाहिए?

उत्तर- बालों का रंग 35 से 40 की उम्र में होना चाहिए क्योंकि यह उम्र एक प्रौढ़ावस्था व्यक्ति के लिए है जो कि उस समय बालों का रंग सफेद होना आम बात हो जाता है।

NOTE:- यह सभी एक सामान्य जानकारी दी गई है।किसी भी नुस्खा,तरीके को अपनाने के पहले जानकारी पर अच्छे से रिसर्च करे या डॉक्टर से मिल कर उपयोग में लाए।

मैं आशा करता हूं की यह आर्टिकल से आपके सवालों का जवाब मिला होगा। तो इसे शेयर करें। Gindiahindi.com पर आने के लिए धन्यवाद।

Read more- सर्दियों में उलझे बालों को कैसे सुलझाएं

                      चाणक्य ने छात्रों के लिए क्या कहा है?

                      दुनिया के गजब रोचक तथ्य

                       Love शायरी यहां पढ़ें।

SHARE

Gautam kr. Suraj

Hi. I’m CEO/Founder of G India Hindi blog. I like to write bloging,i am Web Developer, Business Enthusiast, Speaker, Writer. Inspired to make things looks better, and i like to provide you knowledge.

  • Image
  • Image
  • Image
  • Image
  • Image
    Blogger Comment
    Facebook Comment

0 comments:

Post a Comment

If you have any doubts. Let me know.