शेयर मार्केट क्या होता है ? इससे पैसे कैसे कमाते हैं? ट्रेडिंग कैसे होता है ? डीमैट अकॉउंट क्या होता है जानिए समझिये सारी बाते
बहुत सी बातें हैं जो हर कोई जानना चाहता है। तो उसी के बारे में आज बात करेंगे। तो आप शुरू से ले कर अंत तक बने रहिये जी इंडिया हिंदी ब्लॉग पर ,यहाँ आपको सारी बातें बतायी जाएगी जो आप जानना चाहेंगे।
दोस्तों शेयर मार्केट एक ऐसा जरिया है जिससे आप कम समय में और अपने दिमाग का सही प्रयोग कर के अच्छी खासी इनकम कर सकते हैं ,पर इसमें रिस्क भी होता है। इसी शेयर मार्केट से कई लोग अरब पति बन गए पर इसके लिए आपके पास जितना नॉलेज होगा उतना बेहतर होता है। साथ ही अगर आप थोड़ा बहुत आपमें ये समझ है की कौन सी कम्पनी का शेयर रेट बढ़ने वाला है कौन सा घटने वाला है यानि सिक्स सेन्स जिसको बोल सकते हैं। ऐसी भी क्वालिटी आपमें है तो शेयर मार्केट के लिए बढ़िया कहा जा सकता है बाकि जानकारी होते होते आप सब कुछ समझ जायँगे।शेयर मार्केट जैसे कोई आदमी एक कम्पनी ओपन करना चाहता है और उसके पास पैसे कम पड़ रहे है। या कोई पुरानी कम्पनी ही कभी कभी शेयर निकालते रहते हैं जब कभी कम्पनी लॉस में जाने लगती है तो उसे शेयर बेचना पड़ता है, तो वो कम्पनी किसी बैंक के पास जायगा जिसे मार्केट कह सकते हैं अब वो बैंक उस कम्पनी की बात सुनेगा। अब वो कम्पनी को कितना पैसा चाहिए सब जानकारी लेगा। जानकारी लेने के बाद बैंक वाला जितने रूपये की उस कम्पनी को जरूरत थी उतने का शेयर बनाएगा यानि मान लें की उसे 10,000 रूपये की जरूरत थी, तो बैंक वाला 100 रूपये का 100 नोट बनाएगा जिसे शेयर कह सकते हैं अब बैंक वाले इसी शेयर को पब्लिक तक पहुंचाएगा। यानि जानकारी देगा की इस कम्पनी का शेयर बिक रहा अगर आप खरीदना चाहते हैं तो आप खरीद सकते हैं या कुछ लोग लोग खुद पता करते है की किसी कम्पनी का शेयर बिक रहा है क्या ,तो उन्हें बता दिया जाता है।
अब जो शेयर खरीदेगा उसे कैसे फायदा होगा
किसी कम्पनी का शेयर खरीदने वाला आदमी उस कम्पनी का हिस्से दार बन जाता है यानि अब उस आदमी का कम्पनी में हिस्सा मिलेगा अब आप समझ सकते हैं की हिसेदार का क्या होता है अगर कम्पनी में मुनाफा हुआ तो उस आदमी का भी मुनाफा होगा और घाटा हुआ तो उस आदमी का भी घटा होगा जिसने शेयर खरीद रखा है, इस से किसी को फायदा या घटा सहना पड़ता है ये सिलसिला रोज होता है किसी भी कम्पनी में कभी कम्पनी उछाल पर है तो कभी डाउन में चल रहा। यही आप कभी कभी सुनते होंगे की सेंसेक्स इतना रूपये टूट कर इतना रूपये आ गिरा। कभी कभी ऐसा होता है की आज शेयर ख़रीदे और चार दिन बाद दुगुना रेट बढ़ गया तो इसमें आपको भी बेनिफिट हुआ अब आप अपना शेयर बेच सकते हैं यानि मुनाफा आपके पैकेट में हो गया।कितना शेयर आप खरीद सकते हैं ?
कोई भी आदमी कितना भी शेयर खरीद सकता है ,अगर आप इस फील्ड में नए है तो आप पैसे के हिसाब से खरीद सकते है। सभी शेयर का रेट अलग होता है जो कपनी जिस सिचुएशन में है उसके अनुसार अपना शेयर का रेट सेट करते हैं। 20 रुपये का भी एक शेयर का रेट हो सकता है। 50, 100, 5000, या इससे ज्यादा भी होता है। आप एक शेयर, दस शेयर, पचास या इससे ज्यादा शेयर भी खरीद सकते है।ट्रेडिंग कैसे होता है
ट्रेडिंग करने करने के लिए आपको अपने सिस्टम या मोबाइल से चेक करते रहना है की मेरा शेयर का भाव कैसा चल रहा है अच्छा जा रहा है या लॉस में चल रहा है ये सब ऑनलाइन वही पर फर्मूला अप्लाय करना होता है। ट्रेडिंग कई तरह से होता है जैसे -इक्विटी, कमोडिटी , या इंट्राडे पर। सभी का अलग अलग परिभाषा है। ट्रेडिंग करने के लिए ब्रोकर्स चार्ज लेते है यानि आप जिस ब्रोकर कम्पनी के हेल्प से अपना शेयर मार्केट में खाता खुलवाए है वो आपसे चार्ज जोड़ेगा ट्रेडिंग के अनुसार प्राइस फिक्स किया रहता है। यानि इक्विटी का अलग चार्ज ,कमोडिटी या इंट्राडे का चार्ज अलग होता है।इक्विटी - इसमें आप आज शेयर खरीद लिए तो कभी भी बेच सकते है यानि कल परसो या चार महीने बाद भी बेच सकते हैं। जब भी आपको लगे की अब बेचना चाहिए।
कमोडिटी -ये लॉन्ग टर्म के लिए ट्रेडिंग होता है इसमें सोना चांदी या अन्य प्रकार के कमोडिटीज़ होते हैं जो आप एक बार खरीद कर रख दीजिए एक साल ,चार साल या इससे ज्यादा दिनों तक। लॉन्ग टर्म में बेनिफिट के चांसेस ज्यादा कहा जा सकता है।
इंट्राडे - इसमें आपको हर दिन ट्रेडिंग करना होता है। जैसे कोई आज शेयर खरीदता है तो उसे आज ही बेचना होगा। चाहे फायदा हो या घटा। 9:30 सुबह से शाम 3:30 के बिच में आप कभी भी खरीद बेच कर सकते हैं। इसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहते हैं।
डीमैट अकॉउंट क्या होता है ?
डीमैट अकॉउंट वो अकॉउंट होता है जिससे आप ट्रेडिंग करियेगा। यानि आपके बैंक से ये अकॉउंट जुड़ा होगा। आप जितना चाहे अपने बैंक से डीमैट अकॉउंट में पैसे डाल सकते हैं यहाँ तक आपका पास सेफ रहेगा ,इस अकॉउंट से आप जितना चाहे उतना ट्रेडिंग के लिए निकाल सकते है बाकि पैसा डीमैट में ही सेव रहेगा। अगर आप अपना शेयर बेचते है तो आपका पैसा पहले डीमैट अकॉउंट में आएगा उसके बाद आप अपने सेविंग बैंक में ट्रांफर कर सकते हैं। फिर यही डीमैट अकॉउंट से शेयर खरीद बेच कर सकते हैं। यही होता है डीमैट अकॉउंट।
शेयर मार्केट के खाता ओपन करने के लिए ब्रोकर कहाँ मिलेंगें।
आप ऑनलाइन अप्लाई कर सकते है। या खुद से भी फॉर्म फील कर सकते हैं ,आज के समय में मार्केट में कई कंपनियां है जो डीमैट अकॉउंट ओपन कराती है और सारी हेल्प करती हैं। जैसे -एंजेल ब्रोकिंग, शेर खान, जिरोधा, आदि इन सब की वेबसाइट पर जाकर आप ऑनलाइन डीमैट अकॉउंट अप्लाई कर सकते हैं। या इनके ऑफिस जा कर मिल सकते हैं डायरेक्ट कम्पनी के ब्रोकर से मिल सकते हैं। वो भी आपके फॉर्म फील कर देंगे।
डीमैट अकॉउंट कैसे ओपन होगा।
शेयर मार्केट में सबसे पहले आपका डीमैट अकॉउंट ओपन किया जायगा जिससे आप ट्रेडिंग करियेगा। यह ऑनलाइन और ऑफ लाइन दोनों तरह से अकॉउंट ओपन करा सकते है ,ऑनलाइन करना चाहते हैं तो एंजेल ब्रोकिंग ,शेर खान या जिरोधा के वेबसाइट पर जाकर फॉर्म फील कर सकते हैं। ऑफ लाइन में आपको इनके हेल्प लाइन नंबर से कॉल करें या इनके ऑफिस जाकर मिलने पर कम्पनी के ब्रोकर आपके पास आकर फॉर्म फील कर देंगे। ये कंपनियां आपको समय समय पर कॉल करके हेल्प करते रहेंगे। या आप खुद कॉल करके हेल्प ले सकते हैं।
इसके लिए कुछ डॉक्यूमेंट चाहिए जैसे -
आधार कार्डमोबाइल नंबर
पैन कार्ड
पास बुक का फर्स्ट पेज
एक कैंसिल चेक
शेयर मार्केट में खाता ओपन करने के लिए यहाँ क्लिक करें। - Creat your dmat account in Angel broking.
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